Considerations To Know About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए



इस दौरान अगर आप मिलते है तो झगड़ा होने की सम्भावना बढ़ जाती है.

वशीकरण मंत्र एक विवादित विषय है। कुछ लोग इसे वैदिक संस्कृति का हिस्सा मानते हैं और इसका उपयोग पूर्वजों के द्वारा प्रमाणित किया गया है। वे इसे शक्तिशाली और उपयोगी मानते हैं। दूसरे लोग इसे अज्ञान और अधार्मिकता का प्रतीक मानते हैं और इसका उपयोग नकारात्मक परिणामों को पैदा कर सकता है।

कामाख्या वशीकरण मंत्र को प्रयोग करते समय सभी नियमों और धार्मिक आदेशों का पालन करना चाहिए। यह एक प्राचीन और शक्तिशाली तंत्रिक तकनीक है, जिसे विशेष ध्यान और समझ से प्रयोग किया जाना चाहिए।

कहने का तात्पर्य यह है कि जैसा कार्य हो वैसा ही शक्ति का उपयोग किया जाता है। वे समस्त शक्तियां ईश्वर पूर्ण ब्रह्म की हैं और पूर्व की समता में उसके किसी अंश पर अधिकार पा सकना सहज साध्य है । अतएव मन्त्रों के आचार्यों ने ईश्वर की विभिन्न शक्तियों के ही मन्त्र बनाए हैं। मूर्ख ब्राह्मण के नाम पर बनाये गए मन्त्रों द्वारा सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को जीत कर उसी की प्राप्ति की जा सकती है तदर्थ बहन छोटे मोटे कार्यों के लिये प्रयुक्त करना आवश्यक नहीं समझा जाता। किसी प्रयोग या क्रिया का जो नियम निर्धारित किया गया है, उसे मित्र कहते हैं ।

यदि उसे आँख खोलने पर दिखाई न दे, अर्थात् वह किसी ऐसी जगह हो, जहाँ विला जाए, उसे देखा नहीं जा सकता तो पैरों से भी काम लेना होगा। किसी किसी काम में हाथ, पैर, आंख, कान आदि सभी इन्द्रियों का काम आ पड़ता है। किसी में केवल बुद्धि का और किसी में केवल आत्मा का।

इसमें विभिन्न यंत्र, तंत्र, और ताबीज का उपयोग किया जाता है.

मेरी समझ में तो आपको दूसरी रीति पसन्द आवेगी। इसमें समय मी अधिक न लगेगा और अनुभव read more प्राप्त करने में किसी प्रकार की हानि की भी संभावना नहीं है। इस तरह ‘मंत्र विद्या’ में जो साधन आदि प्राचीन आचार्यों ने निश्चय करके अद्भुत रूप में विश्व के सामने प्रकट किये हैं। उनके अनुसार काम करने से हमें सहज ही में सफलता मिल सकती है।

हालाँकि मोहिनी मंत्र वशीकरण साधना कोई स्थायी साधना नहीं है क्यों की वशीकरण की तरह इसमें हम अपने आकर्षण को बढाते है जिसकी वजह से सामने वाला मोहित होता है.

कई बार ऐसा देखने में आता है की मोहिनी वशीकरण मंत्र सही तरह से काम नहीं करते है.



ॐ क्लीं ह्रीं श्रीं ठः ठः (अमुका) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥

ॐ नमो आदेश गुरु को राजा मोहूं प्रजा मोहूं मोहूं ब्राह्मण बनियां हनुमंत रूप में जगत मोहूं तो रामचन्द्र परमानियां गुरु की शक्ति मेरी भक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।

बगलामुखी पूजा का उचित उद्देश्य आत्म-विकास और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त करना है. इसका उपयोग शक्ति प्राप्त करने या दूसरों को नियंत्रित करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

दूसरी लौंग दिखाए छाती, रूठे को मना लाए, बैठे को उठा लाए

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